बिहार का silent क्रांति
Jan Suraj “Bihar’s Silent Revolution: क्या हो गया है बिहार के लोगों को, क्या बिहार एक बीमार राज्य बनकर रह जाएगा? बिहार अपने रास्ते से भटक गया है। क्यों बिहार के लोग इतने बेबस, गरीब और लाचार हो गए हैं। जीवन जीने के नाम पर बस एक जानवर से बदतर जिंदगी जीने को मजबूर हो रहे हैं। कौन है इसके पीछे? बिहार आज क्यों देश में सबसे निचले पायदान पर खड़ा है? क्या बिहार का भविष्य हमेशा के लिए अंधकारमय हो गया है?
Jan Suraj “Bihar’s Silent Revolution
जन सुराज
अब समय आ गया है, समाज को एक नई क्रांति देने का, एक नए बदलाव लाने का, एक नई सोच जगाने का, समाज के उन लोगों को जागरूक करने का ,जो चाहते हैं, कि बिहार एक विकसित राज्य बने।
आज जनसुराज यह काम बखूबी निभा रही है।
एक समृद्ध बिहार बनाने की परिकल्पना
हमारा बिहार कैसे समृद्ध होगा? यहां के लोग अपने जीवन को किस तरह से सही दिशा में ढाल पाएंगे? बिहार को , यहां के लोगों को जीवन जीने का रोड मैप बनाना होगा। हमें अपने मानव मूल्यों को फिर से समझना होगा. हमें अपने रचनात्मक और सृजनात्मकता की शक्ति को अपने समाज को एक सही आकार में ढालने के लिए ,उपयोग में लाना होगा। Jan Suraj
हमारा राज्य अलग-अलग जाति वर्गों से मिलकर बना है। पहले तो मैं आपको बता दूं- जाति क्या है? इसका सही जवाब है- जाति जीवन जीने का माध्यम है।
लोग इसे समझने की बहुत बड़ी गलती कर चुके हैं। गरीब अमीर, उच्च नीच, इस तरह के गलत सोच में पड़कर, अपने अंदर की रचनात्मकता और सृजनात्मक को दफन कर दिए हैं।
आईए देखते हैं, आज वर्ष 2024 में क्या किया जा सकता है? जिससे हमारा राज्य विकसित बने राज्य के लोग सुखी और समृद्ध बने।
सबसे पहले थोड़ी साक्षरता और ज्ञान हासिल करिए। अगर आपको अपना नाम नहीं लिखना आता है तो आप अपना नाम हिंदी या अन्य कोई भाषा में सीखिए।
समाज में कहीं-कहीं देखने को मिलता है कि लोग कम बातें करते हैं, थोड़ी पढ़ने की भी आदत डालें। अपना काम स्वयं करने की आदत डालें।
आज डिजिटल युग है, आज सब कुछ आपके अंगुली के नोक पर है। आज आपको कोई संदेश देना है.. कोई फॉर्म भरना है, रोजगार के बारे में जानना है, रोजगार शुरू करने के बारे में जानना है, पढ़ने से लेकर ,खाने से लेकर, रोजगार से लेकर, पैसे जमा करने से लेकर, पेंशन लेने से लेकर, लोन लेने से लेकर, सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने से लेकर, यात्रा के लिए टिकट बुक करने से लेकर, दान और चंदा देने से लेकर, आप जो भी काम सोच सकते हैं, घर बैठे बैठे कर सकते हैं। Jan Suraj
इतनी सुविधा मिलने के बाद भी अगर हमारा बिहार पीछे है। तो यह भाई बहुत बड़ी समस्या है। हमारा प्रयास है। सही लोग, सही सोच, सामूहिक प्रयास और सही Tool के माध्यम से, अपने बिहार को बदलने, अपने समाज को बदलने, अपने पंचायत को बदलने, अपने गांव को बदलने का सही समय आ गया है। Jan Suraj “Bihar’s Silent Revolution
तीन स्तंभ- सही लोग ,सही सोच,सामूहिक प्रयास
सही लोग:
यह सही लोग कौन हैं? समाज में एक प्रकार की सोच वाले ही हों , ऐसा नहीं है। हमारे समाज में बहुत बड़ी विविधता है। प्रत्येक समुदाय का अपना जीवन जीने की कला है। हमें नजदीक से जाकर देखना होगा कि प्रत्येक समाज के लोग किस तरह से अपना जीवन यापन कर रहे हैं? अगर संतुष्ट हैं तो इस सोच के पीछे कौन से कारण है?
लेकिन इसी समाज में वैसे लोग भी हैं, जो बदलाव चाहते हैं। जिन्हें लगता है कि समाज का ढांचा अलग तरह से बनाया जा सकता है। जो लोग अपने समाज को अगले पायदान तक पहुंचाना चाहते हैं। वे लोग अपना जीवन सुधारना चाहते हैं। ऐसे लोग ही सही लोग कहलाएंगे और उन्हें बिहार के बदलाव को ध्यान में रखते हुए, अपना योगदान देना चाहिए। Jan Suraj “Bihar’s Silent Revolution
सही सोच:
सही सोच का क्या मतलब है। हमेशा अपने राज्य और अपने समाज और अपने लोगों के बारे में सकारात्मक सोच रखना ही सही सोच है। आज चाहे जो भी स्थिति हो, लेकिन एक नए विचार से हम अपने स्थिति को बदल सकते हैं। हम अपने समाज में बदलाव ला सकते हैं। सही जगह पर सही मेहनत के द्वारा ऐसा किया जा सकता है। Jan Suraj
अपनी कमियों को पहचान कर उसे दूर करना यह सही सोच दिखाता है। कौन-कौन से संसाधन उपलब्ध है, और इसे किस प्रकार से उपयोग कर अपने राज्य को समृद्ध बनाया जा सकता है, कौन से संसाधन उपलब्ध नहीं है, और इसे किस प्रकार से उपलब्ध कराया जा सकता है, इन सारी बातों को सोचना,समझना और करना। Jan Suraj “Bihar’s Silent Revolution
सामूहिक प्रयास:
लोगों के द्वारा जब यह स्वीकार कर लिया जाता है, की समस्या कहां है और इसे कैसे दूर किया जाता है, तब समाज के सभी तबके के लोग, मिलकर एक ऐसा प्रयास करते हैं जिससे समाज के प्रत्येक स्तर पर बदलाव देखने को मिलता है। चाहे वह शिक्षा हो, रोजगार, गरीबी, सामाजिक सद्भाव, खुशी इत्यादि,Jan Suraj
पदयात्रा- ग्राम ,ब्लॉक ,पंचायत
लोगों से मिलकर, उनका विचार जानकर, लोगों की स्थिति समझकर कोई भी नेता आसानी से अपनी राजनीति की रणनीति तैयार कर सकता है।
आज यही काम पिछले दो वर्षों से हर एक मौसम में लोगों को साथ में लेकर गांव गांव तक पदयात्रा किया जा रहा है।
सभी लोग इस पार्टी से मिलकर, इनके विजन को समझकर, कदम से कदम मिलाकर, इस पदयात्रा में शामिल होकर, आने वाले भविष्य को नया स्वरूप दे रहे हैं।
आज 4 अगस्त 2024 की तारीख है, अब तक करीब 60% राज्य के भागों में पदयात्रा हो चुकी है, एक वर्ष में यह करीब 100% पूरी हो जाएगी।
जिस तरह से समाज के हर तबके के लोग इस पार्टी का समर्थन कर रहे हैं, इससे यह आशा होती है कि आने वाले वर्षों में, बिहार में एक नया बदलाव आने वाला है।
अगर आप यह जानना चाहते हैं, की किस प्रकार के बदलाव आने वाले हैं, तो इससे जुड़ने वाले युवा के आकांक्षा और इच्छाओं को समझना होगा।
अगर यह क्रांति पूरी तरह से सफल हो जाती है, तो बिहार के इतिहास में वह घटना होने जा रही है, जो शायद पिछले कई 100 सालों में यह नहीं सोचा गया होगा।
बिहार की जनसंख्या करीब 11 करोड़ के आसपास है, अगर एक करोड़ लोग इस पार्टी को समर्थन देने लगते हैं, तो बिहार में तेजी से परिवर्तन देखने को मिलेगा। Jan Suraj “Bihar’s Silent Revolution
जनसुराज की परिकल्पना- सही आदमी, समस्या को पहचानना , सलाह लेना.
जनसुराज , अपने स्थापना से पहले ही, एक ऐसा विजन बना लिया है, जो समाज को बदलने के लिए लोगों को एकाकृत कर रही है। अपने पद यात्रा के द्वारा बिहार के प्रत्येक जिले ,प्रत्येक ग्राम पंचायत और प्रत्येक गांव में जा-जाकर लोगों के घर-घर तक पहुंच कर लोगों का हाल-चाल ले रही है। Jan Suraj
तो ठीक है हम अभी बस निकल रहे हैं बापू सदागर जो है ना वह आपका अध्यक्ष उत्तर साइड में जहां पर पहले एक हाथी था ना कृष्ण मेमोरियल हॉल उसी के बगल में है आप क्या ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन यह पहल एक अभियान की तरह चलाया जा रहा है। लोग बढ़-चढ़कर इसमें हिस्सा ले रहे हैं। लोग चाहते हैं कि हमारा समाज हमारा राज्य एक समृद्ध राज्य बने।
इस में शामिल होने के लिए बुद्धिजीवी, महिलाएं, छात्र, कृषक, सरकारी सेवादार जो रिटायर हो गए हैं, शिक्षक, डॉक्टर, बिजनेसमैन, उद्यमी, और अन्य वे लोग जो चाहते हैं कि हमारा बिहार बदले, वे सभी तेजी से इस अभियान के साथ जुड़ रहे हैं।
संगठन- के स्तर
संस्थापक सदस्य,
जनसुराज वाहिनी ,
यूथ क्लब,
डिजिटल योद्धा
चुनौती -जो सामने खड़ी है ।
पूंजी का अभाव
शिक्षा
बेरोजगारी
गरीबी
सामाजिक पतन
भ्रमित युवा
विजन का अभाव
जनसंख्या विस्फोट
उद्यमिता का अभाव
रोजगार के लिए पलायन
डिजिटल वर्ल्ड- नया अवसर
बिहार के लिए वरदान,
गरीबी मिटाने का माध्यम,
शिक्षित बनाने का माध्यम,
उद्यमी बनने का माध्यम,
पलायन रोकने का माध्यम
आइए नया बिहार बनाने का संकल्प करते हैं ।
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Summary:
आज डिजिटल युग है, आज सब कुछ आपके अंगुली के नोक पर है। आज आपको कोई संदेश देना है.. कोई फॉर्म भरना है, रोजगार के बारे में जानना है, रोजगार शुरू करने के बारे में जानना है, पढ़ने से लेकर ,खाने से लेकर, रोजगार से लेकर, पैसे जमा करने से लेकर, पेंशन लेने से लेकर, लोन लेने से लेकर, सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने से लेकर, यात्रा के लिए टिकट बुक करने से लेकर, दान और चंदा देने से लेकर, आप जो भी काम सोच सकते हैं, घर बैठे बैठे कर सकते हैं।